khichdii kis din ha , sankranti kab ha, makar sankranti gorakhpur me kab ha, kya 15 january ko khichdii ha
नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े मठ गोरखनाथ मंदिर में हर साल खिचड़ी मेले का आयोजन होता है। यह मेला मकर संक्रांति से लेकर दो (2) महीने तक मंदिर परिसर में लगता है। मेले में भारत के विभिन्न राज्यों से लोग आते हैं और मेले का लुत्फ उठाते हैं। हिंदू( सनातन ) कैलेंडर और हिंदू (सनातन) धर्म को ध्यान में रखते हुए गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी इस दिन का निश्चय करते हैं कि किस दिन खिचड़ी (मकर संक्रांति) पर्व मनाया जाएगा, हर साल गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी के द्वारा आम जनता को बताया और निर्देश जाता है की खिचड़ी पर्व किस दिन मनाया जाएगा।
यह जानकारी गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने दी की इस साल शुभ विक्रम संवत् 2078 शक 1943 पौषमास शुक्लपक्ष दिनांक 14 जनवरी 2022 द्वादशी तिथि दिन शुक्रवार को रात्री समय 8 बजकर 49 मिनट पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं. इसलिए इस वर्ष मकर संक्रांति का महापर्व 15 जनवरी, 2022 को मनाया जाएगा.
इस बार भी यह खिचड़ी मेला आयोजित किया जा रहा है लेकिन क्योंकि यह मेला कोरोना की तीसरी लहर आने के पहलेआयोजित हो रहा है, ऐसे में मेले को लेकर खास तैयारियां बरती जा रहीं हैं।15 जनवरी से लगने वाले खिचड़ी मेले में कोविड-19 संबंधित गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम मेला परिसर में कैंप भी लगाएगी। साथ ही परिवहन की भी सुविधा का इंतजाम होगा ताकि मेले में आए किसी श्रद्धालु को कोई समस्या आए तो फौरन मदद पहुंचाई जा सके। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिलाधिकारी ने मेले के सिलसिले में बैठक की है। एसपी सिटी सोनम कुमार ने नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अफसरों के साथ गोरखनाथ मंदिर चौकी में बैठक की। इस बैठक में बताया गया की गोरखनाथ मंदिर तक आने वाली सड़क और परिसर में चल रहे अन्य कार्यों को पूरा कर लिया गया हैं। एसपी सिटी के मुताबिक, परिसर में आने-जाने के सभी रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गया है गोरखनाथ मंदिर मे/के चारो तरफ़ खुफिया एजेंसियों ने भी निगरानी शुरू कर दी है। गोरखनाथ मंदिर में पांच जनवरी से खिचड़ी मेला थाना खुल गया है | इन जगहों के पास अस्थायी पुलिस पिकेट खोले गए है “यात्री निवास, आउट गेट नंबर चार, दशहरी बाग तिराहा, दक्षिणी मुख्य द्वार, कौड़िहवा तिराहा” |
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं का जूता-चप्पल इस बार मुख्य गेट के पास जमा कराया जाएगा ताकि दर्शन करने के बाद उन्हें दोबारा परिसर में न जाना पड़े। वाच टावर की संख्या भी बढ़ाई गई है
single room for girl